भीड़–भड़क्के वाली सड़क पर द्रुतगति से भागते हुए ट्रक ने अचानक ब्रेक लगा दिए। ट्रक के पीछे सट कर चला हुआ मोटर–साइकिल सवार पूर्वानुमान न कर पाया, परिणाम स्वरूप अपने वाहन सहित ट्रक के नीचे आ पड़ा। उसे शायद नाक व गर्दन पर कुछ खरोंचे आ गई थी।
उधर कुछ लोगों ने ट्रक–चालक को बलात् नीचे उतारा और आव देखा न ताव, लगे उसे पीटने। वे तब तक उसे पीटते और गालियाँ देते रहे जब तक कि उसके नाक से रक्तस्राव न होने लगा और वह भी तब जब एक सज्जन ने पीटने वालों को रोका और कहा, ‘भले मानसो! इसे क्यों पीट रहे हो? इसने तो ब्रेक इसलिए लगाए थे कि ट्रक के आगे दो बच्चे आ गए थे.....।
कुछ क्षण उपरान्त वहाँ ट्रक–चालक का रक्त पोंछने वाला भी कोई न था।