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1-नेशनल बुक ट्रस्ट ,इण्डिया की लघुकथा - संगोष्ठी एवं पुस्तक-लोकार्पण
विश्व पुस्तक दिवस एवं कॉपीराइट दिवस , 23 अप्रैल ,2010 को श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति एवं नेशनल बुक ट्र्स्ट ,इण्डिया द्वारा दो कार्यक्रम आयोजित किए गए। समिति के सभा भवन में आरम्भ में एन बी टी के सहायक सम्पादक श्री पंकज चतुर्वेदी ने संस्था के उद्देश्य ,पुस्तक विक्रय -केन्द्र की जानकारी देते हुए अतिथियों का परिचय दिया । नेशनल बुक ट्र्स्ट द्वारा प्रकाशित-‘सिन्ध की लोककथाएँ’(संकलन-रश्मि रमानी),’चिनगारियाँ’(गुरुदेव सिंह सिद्धू ) तथा ‘रावण’(अंजनी शर्मा) का लोकार्पण समिति के प्रधान मंत्री श्री बसन्त सिंह जौहरी एवं विख्यात साहित्यकार श्रीमती चित्रा मुद्गल ने किया।श्रीमती चित्रा मुद्गल ने पुस्तकों के महत्त्व , उपयोगिता पर विचार व्यक्त करते हुए आह्वान किया कि बच्चों में पढ़ने की रुचि जाग्रत करना ज़रूरी है अन्यथा वे टी वी के कार्टून तक सीमित रह जाएँगे। -‘सिन्ध की लोककथाएँ’ क्यों और कैसे पर -रश्मि रमानी ने अपने विचार रखे तथा डॉ सरोज कुमार ने इसी पुस्तक पर अपनी समीक्षात्मक टिप्पणी प्रस्तुत की । श्री पंकज चतुर्वेदी जी ने प्रथम सत्र का संचालन किया
 
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में लघुकथा संगोष्ठी हुई ,जिसका संचालन श्री सूर्यकान्त नागर ने किया । संगोष्ठी में चित्रा मुद्गल , रश्मि रमानी , सूर्यकान्त नागर ,प्रताप सिंह सोढ़ी, योगेन्द्र नाथ शुक्ल , चैतन्य त्रिवेदी ,मीनाक्षी स्वामी, श्री राम दवे(उज्जैन)तथा श्री वेद हिमांशु(शाजापुर) ने अपनी लघुकथाओं का पाठ किया । कार्यक्रम में काफी संख्या में साहित्यकार उपस्थित हुए । अन्त मंै आभार श्री हरेराम वाजपेयी ने व्यक्त किया । नेशनल बुक ट्रस्ट इण्डिया द्वारा लघुकथा - संगोष्ठी का यह आयोजन लघुकथा -जगत में एक सकारात्मक पहल को प्रोत्साहित करता है ।
 

2-बीसवीं सदी की चर्चित हिंदी लघुकथाएँ : संपादक –जगदीश कश्यप,
पृष्ठ :240 (सजिल्द) , मूल्य : 300 रुपये
प्रकाशक : नीरज बुक सेंटर, सी–32, आर्यानगर सोसायटी, प्लाट नं 91, पटपड़गंज,दिल्ली–110092

 


3-लघुकथा डॉट कॉम का मानवीय मूल्यों पर आधारित लघुकथांक (नवम्बर,दिसम्बर–2009) शीघ्र ही हार्ड कॉपी में उपलब्ध।

 

 
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