महाशय ‘‘क’’ से पूछा गया, ‘‘जब आप किसी आदमी को प्यार करते हैं, तब क्या करते हैं?’’
महाशय ‘‘क’’ ने जवाब दिया: ‘‘मैं उस आदमी का एक खाका बनाता हूँ और फिर इस फिक्र में रहता हूँ कि वह हू-ब-हू उसी के जैसा बने।’’
‘‘कौन? वह खाका?’’
‘‘नहीं,’’ महाशय ‘‘क’’ ने जवाब दिया: ‘‘वह आदमी।’’