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बातचीत

‘‘अब हम आपस में कतई बातचीत नहीं कर सकते,’’ महाशय ‘‘क’’ ने एक आदमी से कहा।
‘‘क्यों’’? उसने चौंकते हुए पूछा।
‘‘मैं अपनी तर्कसंगत बात अब तुम्हारे आगे नहीं रख सकता।’’ महाशय ‘‘क’’ ने लाचारी जाहिर की।
‘‘लेकिन इस बात से मुझ पर कोई फर्क नहीं पड़ता।’’ दूसरे ने तसल्ली जाहिर की।
‘‘मुझे पता है,’’ महाशय ‘‘क’’ ने खीझते हुए कहा, ‘‘लेकिन मुझ पर इसका असर पड़ता है।’’

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