गतिविधियाँ
 
 
   
     
 
  सम्पर्क  
सुकेश साहनी
sahnisukesh@gmail.com
रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
rdkamboj@gmail.com
 
 
 
कामयाबी

महाशय ‘‘क’’ ने रास्ते से गुजरती हुई एक अभिनेत्री को देखकर कहा, ‘‘काफी खूबसूरत है यह।’’ उनके साथी ने कहा, ‘‘इसे हाल ही में कामयाबी मिली है, क्योंकि वह खूबसूरत है।’’ ‘‘क’’ महाशय खीझे और बोले, ‘‘वह खूबसूरत है क्योंकि उसे कामयाबी हासिल हो चुकी है।’’
महाशय ‘‘क’’ जब किसी व्यक्ति को प्यार करते
महाशय ‘‘क’’ से पूछा गया, ‘‘जब आप किसी आदमी को प्यार करते हैं, तब क्या करते हैं?’’
महाशय ‘‘क’’ ने जवाब दिया: ‘‘मैं उस आदमी का एक खाका बनाता हूं और फिर इस फिक्र में रहता हूं कि वह हू–ब–हू उसी के जैसा बने।’’
‘‘कौन? वह खाका?’’
‘‘नहीं,’’ महाशय ‘‘क’’ ने जवाब दिया: ‘‘वह आदमी।’’

°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°

 
Developed & Designed :- HANS INDIA
Best view in Internet explorer V.5 and above